ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन कम करने एवं जलवायु परिवर्तन के संबंध में आर आई एन एल-वी एस पी द्वारा किये जा रहे उपाय एवं प्रयास

ऊर्जा दक्षता ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली आई एस ओ : 50001 हरित गैस प्रबंधन

हरित गैस प्रबंधन

 

आर आई एन एल प्रतिवर्ष विश्व इस्पात संघ (डब्ल्यू एस ए) के CO2 डेटा कलेक्शन कार्यक्रम में भाग लेता है और संगठन को विश्व इस्पात संघ द्वारा क्लाइमेट एक्शन मेंबर प्रमाणपत्र प्राप्त है|

आर आई एन एल इस्पात उत्पादन प्रक्रिया के दौरान प्रत्येक स्तर पर निम्नलिखित उपायों के माध्यम से कार्बन डाईआक्साइड उत्सर्जन को कम करने हेतु प्रयास करता है:

  • अत्याधुनिक स्वच्छ प्रौद्योगिकी की स्थापना

  • प्रक्रिया में सुधार

  • व्यर्थ अपचयन

  •   वनरोपण

 

  • डिजाइन स्तर पर ही स्थापित अत्याधुनिक स्वच्छ प्रौद्योगिकी से प्रतिवर्ष हरित गैस उत्सर्जन में 1.3 मिलियन टन तक कमी आई|

  • आर आई एन एल ऊर्जा दक्ष प्रौद्योगिकी की स्थापना, प्रक्रिया में सुधार, सिंटर संयंत्रों की क्षमता के आवर्धन, धमन भट्ठियों के पुनर्निर्माण आदि द्वारा लगभग 3 मिलियन टन कार्बन डाईआक्साइड उत्सर्जन कम कर रहा है|

  • कोक ओवेन से उत्सर्जित बेंजोल मक, तार स्लड्ज के पुनर्चक्रण एवं सिंटरिंग हेतु धात्विक व्यर्थ, एल डी स्लैग के उपयोग से कार्बन डाईआक्साइड उत्सर्जन में अत्यधिक कमी आई|.

अंतर्राष्ट्रीय सहयोग

आर आई एन एल ने जापान की ग्रीन एड योजना नीडो के तहत सिंटर मशीन 1 व 2 में सिंटर कूलर व्यर्थ ऊष्मा पुन:प्राप्ति प्रणाली के माध्यम से 20.6 मेगावाट व्यर्थ ऊष्मा पुन:प्राप्ति परियोजना का कार्यान्वयन किया| यह भारतीय इस्पात उद्योग में इस प्रकार की पहली परियोजना है| परियोजना का 31.07.2014 को प्रवर्तन किया गया और इस परियोजना से अवगत कराने हेतु कार्यक्रम आयोजित किया गया|

  

 

ग्रेनुलेटेड स्लैग का उपयोग

पोर्टलैंड पुजलोना सीमेंट उत्पादन में क्लिंकर की जगह धमन भट्ठी ग्रेनुलेटेड स्लैग के उपयोग से हरित गैस उत्सर्जन में कमी आती है| सीमेंट उत्पादन में धमन भट्ठी स्लैग के उपयोग से क्लिंकर के उत्पादन हेतु आवश्यक ऊर्जा में कमी आती है, जिससे कार्बन डाईआक्साइड उत्सर्जन में भी 0.55 टन तक कमी आती है|

 

वनरोपण

आर आई एन एल ने प्रतिटन स्थापित क्षमता हेतु एक वृक्ष लगाने का महत्वकांक्षी लक्ष्य रखा है| आर आई एन एल ने व्यापक पौधरोपण के माध्यम से अब तक लगभग 5.18 मिलियन पौधरोपण किया है| व्यापक एवं बृहद पौधरोपण से कार्बन डाईआक्साइड उत्सर्जन में कमी आई| आर आई एन एल ने हरित विशाखा अभियान में भाग लेकर बृहद पौधरोपण अभियान के तहत लगभग 2.31 लाख पौधे लगाये|

हर टन के लिए 1 वृक्ष