उक्कुनगरम में डॉ अंबेड्कर जयंती समारोह संपन्न    14-Apr-2019     Read in English
विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र की निगमित इकाई, आर आई एन एल ने राष्ट्र के साथ मिलकर आज उक्कुनगरम में डॉ बी आर अंबेड्कर की 128 वीं जयंती मनाई|  आर आई एन एल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री पी के रथ ने भारतरत्न डॉ बी आर अंबेड्कर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया  श्री रथ ने इस अवसर पर कहा कि डॉ अंबेड्कर बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी, एक समाज सुधारक, विधिवेत्ता, बेहतर वक्ता, विद्वान एवं विचारक थे| वे भारतीय संविधान के प्रधान शिल्पकार एवं स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री थे|  वे स्वतंत्रता संग्राम के एक श्रेष्ठ नेता थे और समाज के दलित एवं पिछड़े वर्गों के संरक्षक थे|  भारत का स्वतंत्रता आंदोलन जब जोरों पर था, उन्होंने अपनी बौद्धिक क्षमताओं के बल पर महिलाओं, अल्पसंख्यकों एवं सामाजिक तौर पर वंचित लोगों की स्वतंत्रता एवं राजनैतिक अधिकारों के लिए संघर्ष किया| उन्होंने डॉ अंबेड्कर के सिद्धांतों को अपनाने हेतु कर्मचारियों का आह्वान किया|  निदेशक (वाणिज्य) श्री पी रायचौधरी, निदेशक (कार्मिक) श्री के सी दास, निदेशक (वित्त) श्री वी वी वेणुगोपाल राव, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति कल्याण संघ, स्टील एक्जेक्यूटिव असोसिएशन, श्रमिक संघों, विप्स के प्रतिनिधियों ने इस अवसर पर उक्कुनगरम के अंबेड्कर पार्क में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की|  अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति कक्ष के संपर्क अधिकारी श्री तिरुपति राव ने कार्यक्रम का संचालन किया| बड़ी संख्या में कर्मचारी एवं स्कूली बच्चे उपस्थित थे|