पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस –- महामारी से लड़ने हेतु देश के साथ खड़ा आर आई एन एल     23-Apr-2021     Read in English
आर आई एन एल, जो पूर्वी तट पर अवस्थित पहला समग्र इस्पात संयंत्र है और जिसके पास मुख्यत: इस्पात उत्पादन प्रक्रिया हेतु अपना ऑक्सीजन संयंत्र है, वर्तमान महामारी से जूझने में राष्ट्र को सहयोग देते हुए यह ऑक्सीजन संयंत्र शुरुआत से अब तक 9000 टन से अधिक एल ओ एम (लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन) की आपूर्ति कर चुका है।  इस संकट की घड़ी में महाराष्ट्र जैसे सुदूर क्षेत्रों को एल एम ओ की आपूर्ति करने की चुनौती को पूरा करते हुए जब 18 अप्रैल को भारतीय रेल द्वारा परिवहन का निर्णय लिया गया, तो तुरंत आर आई एन एल समूह ने कार्य शुरु कर दिया और भारतीय रेल के साथ सक्रिय भागीदारी निभाई।आपात स्थिति, संयंत्र के अंदर सड़क व रेल लॉजिस्टिक्स का आकलन करते हुए 18 अप्रैल को ही आर ओ आर ओ सुविधा हेतु रेल ट्रैक तैयार किया गया और रोल ऑन-रोल ऑफ (आर ओ आर ओ) सेवाओं हेतु 30 घंटे में एक रेल ट्रैक तैयार किया गया।  महाराष्ट्र से 7 खाली क्रयोजेनिक टैंकरों के साथ कुल 100 टन से अधिक एल एम ओ की वहन क्षमता वाली पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस 22 अप्रैल, 21 को पूर्वाह्न 4.00 बजे संयंत्र के वॉयर रॉड मिल-2 के सामने नवनिर्मित रैंप के पास पहुँची। सात टैंकरों में से, 4 टैंकरों की क्षमता 16 टन और तीन की क्षमता 14 टन की थी।  टैंकरों को क्लैंप की सहायता से फ्लैट वैगनों पर रखा गया और डिफ्लेटेड टैयर कंडीशन एवं डी-शैकल स्थिति में अपेक्षित एक किलोग्राम से अधिक दाब में रखा गया।वहाँ से टैंकरों को ए एस पी-1 एवं ए एस पी-5 में भरने से पूर्व उनका पूर्व भारमापन किया गया।पहले नाइट्रोजन परिवहन के लिए जो टैंकर उपयोग में लाया गया हो, उसका परिशोधन किया जाना अपेक्षित था।रैंप से टैंकर को सड़क पर उतारने से पहले प्रत्येक टैंकर के टायर में मोबाइल प्रेशर पंप से हवा भरी गई, उनसे जुड़े क्लैंप को खोला गया और टैंक के भीतर के दाब को एक किलो तक लाया गया।सुरक्षा के सभी नियमों का अनुसरण करते हुए ऑक्सीजन भरा गया।  विस्फोटक नियंत्रक (आंध्र प्रदेश एवं पांडिचेरी) दल के प्राधिकारियों ने अपनी संतुष्टि के लिए ऑक्सीजन फिलिंग स्टेशन एवं लोडिंग साइट का निरीक्षण किया एवं कर्मचारियों तथा चालक दल के सदस्यों को सुरक्षा संबंधी विभिन्न पहलुओं पर अपने सुझाव दिये। आर आई एन एल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री पी के रथ एवं पूर्व तट रेलवे के मंडल र्ल प्रबंधक श्री सी के श्रीवास्तव एवं आर आई एन एल के सभी निदेशकगण तथा पूर्व तट रेलवे व वी एस पी के वरिष्ठ प्राधिकारियों ने स्टॉक व सुरक्षित प्रेषण प्रक्रिया की यथाशीघ्र पूर्ति हेतु साइट का निरीक्षण किया।शाम के 6 बजे तक कुल 102 टन से भरे गये 7 टैंकर फ्लैट वैगन पर रखने के लिए रैंप के पास लाये गये।  तत्पश्चात रेलवे कर्मचारियों के पर्यवेक्षण में उनकी संतुष्टि के अनुरूप टैंकर की पूरी ऊँचाई के हिसाब से अपेक्षित अनुसार टायरों का दाब कम किया गया।  टैंकरों के सुरक्षित परिवहन हेतु उन्हें स्ट्रैपिंग एवं डी-शैकल करके फिर से फ्लैट वैगनों पर रखा गया। अंतत: 22.04.21 को रात 10.00 बजे महाराष्ट्र के कोविड मरीजों के दु:ख को दूर करने के लिए आशा की किरण बनकर पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस इस्पात संयंत्र क्षेत्र से रवाना हुई। आर आई एन एल समूह, कोविड-19 की इस खतरनाक महामारी से लड़ने में देश के साथ खड़ा होने के लिए प्रतिबद्ध है।