विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र की निगमित पहचान राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड, इस्पात मंत्रालय के अधीन एक नवरत्न सार्वजनिक उद्यम है| विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र को वाइजाग स्टील के नाम से जाना जाता है| यह देश के समुद्र तट पर अवस्थित पहला इस्पात संयंत्र है, जिसे ग्राहकों की आवश्यकता के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण उत्पादन हेतु पहचाना जाता है| यह लंबे उत्पादों के बाजार में अग्रणी है और विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है | आई एस ओ 9001:2008, आई एस ओ 14001:2004 एवं ओ एच एस ए एस 18001:2007 मानकों के प्रमाणपत्र प्राप्त करनेवाला यह पहला संयंत्र है| साथ ही ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली हेतु आई एस ओ 50001 का प्रमाणपत्र एवं सॉफ्टवेअर विकास हेतु सी एम एम आई स्तर 3 का प्रमाणपत्र प्राप्त करनेवाला पहला सार्वजनिक उद्यम है|
कंपनी का विवरण
पंजीकृत कार्यालय
राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड ,
प्रशासनिक भवन,
विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र,
विशाखापत्तनम-530031,
आंध्र प्रदेश, भारत |
क्षमता
3.0 मिलियन टन प्रतिवर्ष की मूल क्षमता के साथ वर्ष 1992 में प्रवर्तित संयंत्र, उच्च स्तर की प्रचालन दक्षता के साथ पिछले एक दशक से अधिक अवधि से अपनी निर्धारित क्षमता से ऊपर प्रचालित हो रहा है एवं लगातार लाभार्जन कर रहा है| संयंत्र का हाल ही में 12,300 करोड़ रुपये के निवेश से 6.3 मिलियन टन प्रतिवर्ष द्रव इस्पात उत्पादन क्षमता तक विस्तारण किया गया है| आर आई एन एल ने 4,000 करोड़ रुपये के निवेश से अपनी मौजूदा इकाइयों के आधुनिकीकरण का कार्य आरंभ किया है, जिससे संयंत्र की क्षमता वर्ष 2017 तक 7.3 मिलियन टन प्रतिवर्ष हो जाएगी| आर आई एन एल द्वारा अपनी व्यापार विविधीकरण कार्यनीति के अंतर्गत, रायबरेली में बृहद फोर्ज्ड व्हील संयंत्र; विशाखपट्टणम में ट्रांसमिशन लाइन टॉवर विनिर्माण इकाई; नागरनार से विशाखपट्टणम तक लौह अयस्क स्लर्री पाइपलाइन बिछाने; विशाखपट्टणम में पेल्लेटाइजेशन संयंत्र, आदि की स्थापना का कार्य जारी है|
अग्रणी प्रौद्योगिकियाँ
आर आई एन एल, वी एस पी इस्पात उत्पादन में नई प्रौद्योगिकियों के अन्वेषण में आगे है और इस क्षेत्र की विभिन्न नई तकनीकों को अपनाते हुए अपनी स्थिति को मजबूत बनाये रखा है| चाहे धमनभट्ठी में चूर्णित कोयले का प्रेषण हो अथवा सिंटर संयंत्र के सर्कुलर कूलर, वी एस पी ने समय के साथ अपनी गति बनाये रखने एवं अग्रणी बने रहने हेतु कई नई प्रौद्योगिकियों को सफलतापूर्वक अपनाया है| नई प्रौद्योगिकियों और कुशल एवं अनुभवपूर्ण कार्यान्वयन से गुणवत्ता, उत्कृष्टता एवं अत्यधिक ग्राहक संतुष्टि की प्राप्ति के साथ संयंत्र को एक विशेष पहचान दिलाने में सहयोग मिला है| विस्तृत विवरण
पर्यावरण संरक्षण
आर आई एन एल, वी एस पी में शुरुआत से ही पर्यावरण संरक्षण हेतु अत्यधिक ध्यान दिया जाता रहा है और यह, स्वच्छ प्रौद्योगिकियों को अपनाने, बृहद वनरोपण तथा अद्यतन पर्यावरण अनुश्रवण पद्धतियों के कार्यान्वयन के माध्यम से ध्यानपूर्वक पर्यावरण संतुलन प्रणाली का अनुरक्षण करते हुए देश में ‘अत्यधिक हरियाली से आच्छादित इस्पात संयंत्र’ के रूप में उभरा है| ‘हरित विशाखा’, ‘एक वृक्ष प्रति टन इस्पात’ जैसे उपायों के माध्यम से संयंत्र, पर्यावरण संरक्षण हेतु पूर्णत: प्रयासरत है| आर आई एन एल में संयंत्र के अंदर प्रदूषण नियंत्रण मापदंडों को ऑनलाइन में दर्शानेवाला डिजिटल सूचनापट्ट उपलब्ध है, जो प्रारब्ध के शहर के लिए इस तरह का प्रथम पहल है|विस्तृत विवरण
एक वृक्ष प्रति टन इस्पात
आर आई एन एल-वी एस पी द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु सदैव ध्यान दिया गया है और पर्यावरण संतुलन प्रणाली को बनाये रखने हेतु प्रयास भी किये गये हैं| उच्च स्तर के पर्यावरण मानकों के साथ ‘एक वृक्ष प्रति टन इस्पात’ के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ते हुए हमने हरित व स्वच्छ पर्यावरण की स्थापना हेतु पूर्णत: प्रयास किया है| अपने इस प्रयास के अंतर्गत हमने विभिन्न पौधरोपण कार्यक्रमों के अंतर्गत, 63,00,000 पौधे लगाये हैं और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों की योजना बनाई है| विस्तृत विवरण