430 एम एम राउंड्स के उत्पादन के साथ वाइजाग स्टील का एक और महत्वपूर्ण कीर्तिमान     27-Jul-2019     Read in English
आर आई एन एल-विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र ने 27 जुलाई को इस्पात गलन शाला-2 के कास्टर 4 से उच्च गुणवत्तापूर्ण 430 एम एम राउंड्स की ढलाई द्वारा इस्पात उत्पादन के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कीर्तिमान हासिल किया। 430 एम एम के उच्च व्यास के राउंड्स के उत्पादन हेतु इस्पात गलन शाला-2 में लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत से भारत में पहली बार इस तरह के कास्टर का निर्माण किया गया।    यह नई इकाई सबमर्ज्ड ढलाई पद्धति के माध्यम से सभी श्रेणियों के इस्पात की ढलाई की सुविधा से लैस है।आर आई एन एल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री पी के रथ ने विशेष उत्पाद के सफलतापूर्वक उत्पादन हेतु इस्पात गलन शाला-2 समूह, खासकर परियोजना एवं संकर्म प्रभाग एवं इस कार्य से जुड़े अभिकरणों को बधाई दी।  उन्होंने वाइजाग स्टील समूह की कटिबद्धता एवं उनकी कड़ी मेहनत को इस सफलता का श्रेय दिया।  उन्होंने बताया कि आर आई एन एल इस्पात उत्पादन प्रक्रिया में नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने में सदैव अग्रणी रहा और कहा कि एक गुणवत्तापूर्ण इस्पात उत्पादक के रूप में विस्तृत रूप से पहचाना जाता है।नया कास्टर उत्तर प्रदेश के रायबरेली में स्थापित होनेवाले फोर्ज्ड व्हील संयंत्र, जिसका प्रवर्तन सितंबर 2019 में होनेवाला है, के लिए आवश्यक कच्चेमाल का प्रमुख स्रोत है।  राउंड्स का सीमलेस पाइप, फोर्जिंग एवं व्हील अप्लिकेशंस आदि में प्रयोग किया जा सकता है।  कास्टर अद्यतन आटोपॉवर फीडर, आटो कटर, डुबुरर, एस एम एस कंकास्ट के आटोमेटिक स्ट्रैंडवार मार्किंग की सुविधा से लैस है।  कास्टर में महत्वपूर्ण श्रेणियों के धीमे से शीतलन की सुविधा भी है।  कास्टर का डिजाइन ऐसे बनाया गया है, जिसमें उच्च गुणवतापूर्ण ब्लूम व राउंड का उत्पादन भी किया जा सकता है।  इस्पात गलन शाला-2 की सहायक एवं अन्य शेष सुविधाएँ भी प्रवर्तित की जा चुकी हैं।