इस्पात उद्योग के उबरने के आसार दीख रहे हैं: आर आई एन एल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक    26-Jan-2020     Read in English
आर आई एन एल, विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र ने आज उक्कुनगरम में देशभक्ति की भावना के साथ गणतंत्र दिवस समारोह मनाया।  आर आई एन एल-वी एस पी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री पी के रथ ने राष्ट्रीय झंडा फहराया, सलामी दी और टाउनशिप के तृष्णा ग्राउंड्स में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों, होमगार्डों, उक्कुनगरम के स्कूली बच्चों की सलामी गारद का निरीक्षण किया।  बड़ी संख्या में उपस्थित कर्मचारियों एवं उनके परिवार के सदस्यों को संबोधित करते हुए श्री रथ ने माना कि आगामी पाँच वर्षों में इंडस्ट्रियल कॉरिडार, डेडिकेटेड फ्राइट कॉरिडार, भारत माला, सागर माला, स्मार्ट सिटी मिशन आदि जैसी परियोजनाओं से संबंधित मूलसंरचना के कार्यों में बृहद मात्रा में राशि व्यय करने के क्रम में लगभग 100 लाख करोड़ रुपये का आबंटन जैसे सरकार के प्रयासों से इस्पात की खपत प्रतिव्यक्ति बढ़ेगी।  श्री रथ ने यह भी कहा कि इन परियोजनाओं से ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों की दूरी को पाटने एवं परिवहन संबंधी मूलसंरचना तथा इस्पात की खपत बढ़ाने में सहयोग मिलेगा।श्री रथ ने कहा कि आर आई एन एल राष्ट्र निर्माण में अपना भरपूर योगदान दे रहा है।  6.3 मिलियन टन प्रतिवर्ष क्षमता संवर्धन का विस्तारण कार्यक्रम पूर्ण हो चुका है और तदनुसार उत्पादन भी बढ़ा। उन्होंने कहा कि 7.3 मिलियन टन प्रतिवर्ष की आधुनिकीकरण योजना पूर्ण हो चुकी है और इकाइयों का प्रचालन किया जा रहा है।  2019-20 में भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी से इस्पात उद्योग के लिए नई चुनौतियाँ उभरी हैं। निर्माण एवं ऑटोमोबाइल क्षेत्र में दीर्घकाल तक मंदी के बने रहने के कारण लंबे उत्पाद क्षेत्र के समक्ष अत्यधिक कठिनाइयाँ उत्पन्न हुईं।  हालाँकि स्थिति सुधर रही है।  श्री रथ ने बताया कि आयातित कोकिंग कोयले की दरें घट रही हैं और वैश्विक इस्पात दरें बढ़ रही हैं।  उन्होंने कहा कि आर आई एन एल ने धमन भट्ठी उत्पादकता में 10% तक सुधार, धमन भट्ठी कोक दर में 9% सुधार, धमन भट्ठी के चूर्णित कोयला प्रेषण में 60% की अत्यधिक वृद्धि आदि हासिल की।  श्री रथ ने कहा कि आर आई एन एल ने प्रमुख बाजार में अपनी पैठ बनाई और इस्पात गलन शाला-2 से 430 एम एम राउंड का उत्पादन शुरु किया, जो भारत में ऐसा पहला उत्पाद है। संयंत्र में बारोन एवं CO2 श्रेणी इस्पात का भी सफलतापूर्वक उत्पादन किया गया। आर आई एन एल आयात को कम करने के उद्देश्य से लक्षित ‘मेक इन इंडिया’ लक्ष्य के अनुरूप उच्च मूल्यवर्धित उत्पादन बढ़ाने हेतु कटिबद्ध है।  उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के रायबरेली में 1683 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित फोर्ज्ड व्हील संयंत्र शीघ्र ही प्रवर्तित होनेवाला है।‘100 फीट हाई मास्ट राष्ट्रीय ध्वज’: इस अवसर पर श्री रथ ने आर आई एन एल के अन्य निदेशकों के साथ 100 फीट हाई मास्ट राष्ट्रीय झंडा फहराया। निदेशक (कार्मिक) श्री के सी दास, निदेशक (वित्त) श्री वी वी वेणुगोपाल राव, निदेशक (वाणिज्य) श्री डी के मोहंती, निदेशक (परियोजना) श्री के के घोष, निदेशक (प्रचालन) श्री ए के सक्सेना, मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री पी जे विजयकर, विस्टील महिला समिति की अध्यक्ष महोदया श्रीमती शारदा रथ, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के कमांडेंट जनाब इरफान अहमद समारोह में उपस्थित थे।  उक्कुनगरम के अरुणोदया विशेष स्कूल के बच्चों द्वारा आयोजित मैजेस्टिक ड्रिल गणतंत्र दिवस समारोह का विशेष आकर्षण रहा। समारोह में कार्यपालक निदेशक गण, महाप्रबंधक गण, वरिष्ठ प्राधिकारी, स्टील एक्जेक्यूटिव असोसिएशन, श्रमिक संघों, अनुसूचित जाति व जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग संघ, विस्टील महिला समिति, विप्स के प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने भाग लिया। उक्कुनगरम के स्कूली बच्चों ने इस अवसर पर एकता एवं अनेकता का उल्लेख करते हुए नृत्य प्रदर्शन प्रस्तुत किया।