आर आई एन एल द्वारा ‘परिवर्तन’ परियोजना के अधीन निष्पादकों की पहचान     30-Jul-2019     Read in English
आर आई एन एल-विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र ने संगठन में बेहतर निष्पादन व दक्षता के माध्यम से निरंतर व स्थाई विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हाल ही में ‘परिवर्तन’ परियोजना का शुभारंभ किया।  परियोजना मुख्यत: कर्मचारियों को टर्नेराउंड करने की दिशा में अभिप्रेरित करने हेतु लक्षित है।  निगमित कार्यनीति प्रबंधन द्वारा उक्कुनगरम में आज परिवर्तन परियोजना की प्रगति के संबंध में एक संचार सत्र आयोजित किया गया। इसमें आर आई एन एल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री पी के रथ एवं निदेशक (वाणिज्य व परियोजना प्रभारी) श्री पी रायचौधरी ने भाग लिया।इस अवसर पर आर आई एन एल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री पी के रथ ने प्रचालन दक्षता बढ़ाने हेतु नवीन विचारों के साथ आगे आने, तद्वारा आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के क्रम में सहयोग देने हेतु कर्मचारियों का आह्वान किया।  उन्होंने कर्मचारियों से महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर लगातार ध्यानकेंद्रित करने की अपील की, ताकि कंपनी सकारात्मक परिवर्तन के साथ देश में एक दृढ़ एवं गुणवत्तापूर्ण इस्पात उत्पादक के रूप में उभर सके।   श्री रथ ने परिवर्तन परियोजना के अंतर्गत संचालित विभिन्न परियोजनाओं में सुधार लाने हेतु विभिन्न विभागों को पुरस्कार प्रदान किये।निदेशक (वाणिज्य व परियोजना प्रभारी) श्री रायचौधरी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि यह परियोजना मुख्यत: संगठन में परिवर्तन लाते हुए लाभदायिक विकास करने के क्रम में आर आई एन एल समूह की दक्षता बढ़ाने हेतु लक्षित है।  उन्होंने यह भी कहा कि आर आई एन एल द्वारा वित्तीय स्थिति व प्रणालियों को लगातार सुदृढ़ बनाने हेतु समय के अनुसार अपेक्षित परिवर्तन अपनाये जा रहे हैं। परिवर्तन परियोजना आर आई एन एल के दीर्घकालिक स्थाई विकास हेतु लक्षित कार्यस्थल योजना, टर्नेराउंड कार्यान्वयन, निष्पादन प्रबंधन एवं परिवर्तन प्रबंधन जैसे चार पहलुओं के आधार पर वांछित लक्ष्यों/परिणामों की प्राप्ति से संबंधित 14 महीने की योजना है।  कार्यक्रम में कार्यपालक निदेशकगण, विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी, स्टील एक्जेक्यूटिव असोसिएशन, श्रमिक संघों, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ी जाति संघ के प्रतिनिधि, बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।