
विशाखा स्टील जनरल अस्पताल (वी एस जी एच) में कर्मचारी कल्याण पहल के अंतर्गत पहली बार ‘कर्करोग विज्ञान’ नये अनुभाग की स्थापना की गई है। आर आई एन एल के निदेशक (कार्मिक) श्री के सी दास ने आज कर्करोग विज्ञान अनुभाग का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि होमीबाबा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के पूर्व-निदेशक डॉ डी रघुनाथ राव वी एस जी एच में सलाहकार के रूप में नियुक्त हुए हैं, जिससे वी एस पी के कर्मचारियों एवं उनके आश्रित परिवार के सदस्यों को कर्करोग विज्ञान क्षेत्र में इस ख्यातिप्राप्त व्यक्ति के परामर्श की सुविधा प्राप्त होगी।
और पढ़ें

आर आई एन एल-वाइजाग स्टील ने कोविड 19 से उबरने के लिए ऑनलाइन के माध्यम से आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री राहत निधि में 1 करोड़ रुपये का सहयोग दिया। अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री पी के रथ, निदेशक (कार्मिक) श्री के सी दास, निदेशक (वित्त) श्री वी वी वेणुगोपाल राव, निदेशक (वाणिज्य) श्री डी के मोहंती ने 24 अप्रैल, 2020 को माननीय मुख्यमंत्री श्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी को ताडेपल्लि स्थित उनके शिविर कार्यालय में सहयोग राशि का विवरण दिया।
और पढ़ें
सेवानिवृत्त आई ए एस अधिकारी श्रीमती वाई वी अनुराधा ने महिला समूह को निर्भीक होकर एवं इस आत्मविश्वास के साथ कि वे पुरुषों के बराबर ही नहीं, बल्कि कई मामलों में उनसे बेहतर हैं, के साथ समाज का रुख बदलने हेतु आमंत्रित किया। उन्होंने आज उक्कुनगरम में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यह बात कही। श्रीमती अनुराधा ने आर आई एन एल-वी एस पी की महिला कर्मचारियों को संबोधित करते हुए इस बात पर बल दिया कि महिलाओं की शिक्षा, सशक्तीकरण, प्रतिभागिता से समाज का विकास होगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सफलता प्राप्त करने के लिए नेतृत्व कौशल अपनाने एवं चिंतन में बदलाव लाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि लोग लैंगिक समानता संकल्पना का प्रचार कर रहे हैं, जिसकी शुरुआत 80 के दशक में हुई थी, लेकिन विश्व में अब तक किसी भी देश ने लैंगिक समानता हासिल नहीं की है। उन्होंने कहा कि महिलाएँ अपने को पुरुषों से कम आँकने की हीन भावना से ग्रसित न हों। मिसेस यूनिवर्स (मार्च 2019) श्रीमती अमिता पंडा कार्यक्रम की सम्मान्य अतिथि थीं। इस अवसर पर श्रीमती अमिता ने कहा कि महिलाओं को जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए जोखिम उठाने होंगे और अपने पेशे में महत्वाकांक्षा रखनी होगी और पुरुष प्रधान समाज में उत्कृष्टता हासिल करने हेतु स्वास्थ्य एवं मस्तिष्क का सामंजस्य बनाये रखना होगा। उन्होंने कहा कि महिलाएँ सशक्त हो रही हैं और उन्हें धैर्य व प्रतिबद्धता के साथ कार्य करते रहना होगा। उन्होंने महिला कर्मचारियों को थोड़ा समय अपने शारीरिक स्वास्थ्य हेतु भी देने की सलाह दी।
और पढ़ें

आर आई एन एल-वी एस पी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री पी के रथ ने आज नए प्रबंध प्रशिक्षणार्थियों (एम टी) के समावेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम (2019-20) का उद्घाटन किया। आर आई एन एल को चुनने के लिए प्रबंध प्रशिक्षणार्थियों को बधाई देते हुए श्री रथ ने कहा कि इस्पात उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था का मेरुदंड है और राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने शॉप फ्लोर पर टीम वर्क और निष्ठा के साथ कार्य करते हुए नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन करने हेतु प्रबंध प्रशिक्षणार्थियों का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने सलाह दी कि संयंत्र में कार्य करते समय सुरक्षा पहलुओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सुरक्षित कार्य संस्कृति को अपनाएं।
और पढ़ें
आर आई एन एल, वाइजाग स्टील में फोरम ऑफ विमेन इन पब्लिक सेक्टर (विप्स) द्वारा प्रबंधन समिति का पुनर्गठन किया गया। कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री देबाशीष रे की अध्यक्षता में नई समिति की उद्घाटन बैठक आज आयोजित की गई।
और पढ़ें
आर आई एन एल-वी एस पी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री पी के रथ ने कहा कि मूलसंरचना, निर्माण एवं आटोमोबाइल क्षेत्र को बढ़ावा देने हेतु सरकार द्वारा लागू किये गये नये प्रयासों से इस्पात उद्योग के उबरने के आसार दिख रहे हैं। नववर्ष के अवसर पर उक्कुनगरम में आयोजित बैठक में आर आई एन एल समूह को शुभकामनाएँ देते हुए श्री रथ ने उल्लेख किया कि 2019 के दौरान विश्व की कई इस्पात कंपनियाँ अत्यंत संकटग्रस्त रहीं और कोकिंग कोयला एवं लौह अयस्क जैसे कच्चेमाल की दरों में वृद्धि का पूरे इस्पात उद्योग की आर्थिक स्थिति पर गंभीर प्रभाव पड़ा। उन्होंने कहा कि आर आई एन एल भी इस बात से अछूता नहीं रहा। श्री रथ ने बताया कि आर आई एन एल के प्रबंधन ने चुनौतियों का सामना करने हेतु कई कदम उठाये हैं और कम उत्पादन के बावजूद धमन भट्ठी उत्पादकता में सुधार, सभी धमन भट्ठियों में चूर्णित कोयला प्रेषण आदि जैसे तकनीकी-आर्थिक मापदंडों में सुधार हासिल किया गया। उन्होंने चौथी तिमाही (Q4) में उत्पादन लागत में कमी लाने एवं धमन भट्ठी की उत्पादकता में सुधार लाने हेतु चूर्णित कोयला प्रेषण लगभग 150 किलोग्राम/टन तप्त धातु तक बढ़ाने पर बल दिया। विपणन के मामले में श्री रथ ने बताया कि आर आई एन एल ने बाजार की अनियंत्रित स्थिति के बावजूद अप्रैल-दिसंबर 2019 के दौरान 12,700 करोड़ रुपये का बिक्री कारोबार किया है।
और पढ़ें

आर आई एन एल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री पी के रथ ने नवनियुक्त प्रबंध प्रशिक्षणार्थियों एवं कनिष्ठ प्रशिक्षणार्थियों का आह्वान करते हुए कहा कि वे अपना ज्ञान, कौशल बढ़ाएँ एवं अपने कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु अनुशासन को अपनी आदत बनायें। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी को प्रतिबद्धता एवं निष्ठापूर्वक कार्य करने की आवश्यकता है। श्री रथ ने आज उक्कुनगरम में समावेशन कार्यक्रम के उद्घाटन के पश्चात प्रबंध प्रशिक्षणार्थियों से विचार-विमर्श किया।
और पढ़ें

विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र की निगमित इकाई आर आई एन एल सदा ही मानव संसाधन की क्षमता, जो संगठन के विकास एवं सफलता का मुख्य कारक है, पर विश्वास रहा है। कर्मचारियों की आंतरिक क्षमता के उपयोग एवं संगठन में संप्रेषण कौशल को और सशक्त बनाने हेतु आर आई एन एल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री पो मधुसूदन के नेतृत्व में ‘मनसुलो माटा’ कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, जो विभिन्न श्रेणियों के कर्मचारियों के लिए उच्च प्रबंधन के साथ परस्पर संवाद के व्यवहार हेतु लक्षित है। आज तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान के सम्मेलन कक्ष में आयोजित सत्र के लिए कनिष्ठ अधिकारी श्रेणी से लेकर उप प्रबंधक श्रेणियों के कर्मचारियों को चयनित किया गया।
और पढ़ें