नवाचार स्टार्टअप गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में आर आई एन एल की एक और पहल – आर आई एन एल ने सी ओ ई, औद्योगिक उत्कृष्टता केंद्र 4.0 कल्पतरु के लिए एस टी पी आई के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया     18-Jul-2022     Read in English
विशाखपट्टणम एवं उसके आसपास स्थित आर आई एन एल व अन्य उद्योगों में नवाचार और स्टार्टअप गतिविधियों को बढ़ावा देने के क्रम में इंडस्ट्री 4.0 सी ओ ई (कल्पतरू) के लिए एस टी पी आई, एस टी पी नेक्स्ट और आर आई एन एल-वी एस पी (विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र) के बीच एक समझौता ज्ञापन हुआ। विशाखपट्टणम इस्पात संयंत्र में आज आयोजित एक समारोह में आर आई एन एल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री अतुल भट्ट और एस टी पी आई के निदेशक डॉ सी वी डी राम प्रसाद के बीच समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान हुआ।  इस अवसर पर आर आई एन एल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक एवं सी ओ ई के मुख्य संरक्षक श्री अतुल भट्ट ने कहा कि उत्कृष्टता केंद्र (सी ओ ई) की स्थापना समय की आवश्यकता है और यह उद्योग व अकादमिक इंटरफेस का एक उदाहरण बनेगा, जहाँ हर कोई समाधान के साथ सामने आएगा, जो देश को लाभान्वित करेगा, जिससे इस्पात उद्योग में डिजिटलीकरण के राष्ट्रव्यापी आंदोलन की शुरुआत होगी।भारत अब दुनिया में इस्पात निर्माण का केंद्र बन रहा है और भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक है और मुझे उम्मीद है कि विशाखपट्टणम देश में इस्पात उत्पादन के क्षेत्र में समाधान प्रदान करने का केंद्र बनेगा। उत्कृष्टता केंद्र भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ का समर्थन करने और उद्योग 4.0 के तहत विचार से उत्पाद विकास तक स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने में एक लंबा रास्ता तय करेगा। सी ओ ई को 'कल्पतरु' नाम दिया गया है। इसमें एक औद्योगिक रोबोटिक्स प्रयोगशाला, एक औद्योगिक ड्रोन प्रयोगशाला और एक औद्योगिक आई ओ टी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) प्रयोगशाला होगी। केंद्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए आई) और मशीन लर्निंग (एम एल) पर कार्य करने हेतु क्लाउड कंप्यूटिंग के उपयोग के माध्यम से उच्च गति के इंटरनेट व सर्वर सेटअप की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।  समझौता ज्ञापन का प्राथमिक उद्देश्य एस टी पी आई, एस टी पी नेक्स्ट और आर आई एन एल के बीच मजबूत और सार्थक गठबंधन के माध्यम से विशाखपट्टणम में स्टार्टअप-प्रणाली तंत्र को बढ़ावा देना है। इसकी स्थापना भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एम ई आई टी वाई), आर आई एन एल और आंध्र प्रदेश सरकार के वित्त पोषण सहयोग से स्थापित किया जा रहा है।  औद्योगिक उत्कृष्टता केंद्र, सी ओ ई 4.0 से उत्पादन, उत्पादकता और सुरक्षा में सुधार होगा, जिससे आर आई एन एल को लाभ होगा। सी ओ ई द्वारा प्रस्तुत समाधानों से संयंत्र और मशीनरी की समग्र उपकरण प्रभावकारिता (ओ ई ई) में सहयोग मिलेगा।सी आई आई (भारतीय उद्योग परिसंघ) और आई टी ए ए पी (आई टी एसोसिएशन ऑफ आंध्र प्रदेश) जैसे प्रमुख संघ भी सी ओ ई के सदस्य हैं। वे स्टार्ट-अप के विकास हेतु अपेक्षित सहयोग प्रदान करेंगे। सी ओ ई (कल्पतरू) उद्योग 4.0 के क्षेत्र में कार्य करने हेतु अपने किस्म की एक ऐसी पहल है, जो स्टार्टअप को बढ़ावा देने हेतु अपेक्षित कार्य वातावरण सहित राज्य में अनुसंधान व विकास, नवाचार, उत्पाद विकास, उद्यमिता को प्रोत्साहित करने हेतु उपयुक्त माहौल प्रदान करता है। इस समझौते ज्ञापन की परिकल्पना आर आई एन एल में डिजिटलीकरण अभियान और उद्योग 4.0 के मानकों के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण सुधार लाने हेतु की गई है। एस टी पी आई नेक्स्ट के मुख्य नवाचार अधिकारी (सीआईओ) श्री सोबोध सचिन, एस टी पी आई के अपर निदेशक डॉ बी सुरेश, आंध्र प्रदेश सूचना प्रौद्योगिकी संघ (आई टी ए ए पी) के राज्य अध्यक्ष श्री श्रीधर कोसराजू, आर आई एन एल के निदेशकगण, आर आई एन एल, एस टी पी आई, आई आई एम-वाइजाग, आंध्र विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।